रंग

 कुछ घटनायें दिल पर अमिट छाप छोड़ जाती हैं।चाह कर भी हम उन्हें भूल नहीं पाते। और शब्दों की कलियाँ जुड़ जुड़ एक नया आकाश बन जाते हैं। 

जब साँझ के सुरमई रंग खिलते

पत्तों पर ओस बिखर जाती

और धरा की धानी सी चुनरी

चुपके से कहीं सरक जाती

तब कोई आकर चुपके से मेरे कानों में यह कह जाता 

तुम मेरी बहुत अजीज हो 

मेरे दिल के कितनी करीब हो। 



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